बलिया – यूपी के बलिया में सरयू (घाघरा) नदी काफी तेजी से पानी बढ़ने की वजह से बाँसडीह तहसील क्षेत्र के 26 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए है। ताहिरपुर गांव बाढ़ के पानी से चारो तरफ से घिर गया है। जिसकी वजह से कई लोगो के मिट्टी के घर पानी मे गिर जाने से लोग घर छोड़कर बंधे पर अपना आशियाना बनाये हुए हैं।लेकिन प्रशासनिक अमला देखने नही गया ।और सरकार दावा कर रही हैं कि बाढ़ प्रभावित लोगो राशन से लेकर पशुओं को चारा तक उपलब्ध करा रही हैं।
बाढ़ के पानी से प्रभावित ग्रामीणों ने बांधे पर प्लास्टिक की छत के सहारे अपने पालतू जानवरों और जरूरी सामानों के साथ ऊंचे बांध पर शरण लिए लोगों की तस्वीरें यूपी के बलिया के बाँसडीह तहसील क्षेत्र के ताहिरपुर गांव की है। जहाँ घाघरा नदी का पानी अचानक आ जाने से बांध में कई जगह रिसाव की वजह से बाढ़ का पानी इस गांव में घुस आया है जिसके कारण गांव के लोग अपने जरूरी सामानों ,पालतू जानवरों के साथ खुद को सुरक्षित करने की गरज ने इन्हें गांव छोड़ने को मजबूर कर दिया है। इनकी माने तो पानी बहुत हो जाने से दिक्कत हो रही है। लगभग डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी इधर प्रशासन के लोग कभी देखने नही आया। ऐसे ही मजदूरी कर अपनी व्यस्था करके खाते पीते है। राशन अभी भिगा नही है बचाकर थोड़ा रखे है। कितना खोप और दीवाल गिर गया है घर भस गया है। डेढ़ माह से ग्रामीण बंधे को अपना आशियाना बनाये हैं।लेकिन प्रशासनिक अमला इन बाढ़ प्रभावित लोगो का हाल जानने नही गया।कि बाढ़ से प्रभावित लोग किस हाल में होंगे। लेकिन यूपी सरकार दावा कर रही हैं। बाढ़ प्रभावित लोगों को राशन से लेकर पशुओं तक चारा उपलब्ध करा रही हैं।लेकिन सच तो कुछ और ही हैं।