अलीगढ। कोरोना महामारी को देखते हुए सरकार के द्वारा विश्वविधायलयों और कॉलेजों को बिना परीक्षा कराये छात्रों को प्रमोट करने का आदेश दिया था जिससे छात्रों के भविष्य को अंधकार में जाने से रोका जासके क्योंकि करोना महामारी में कालेज और विश्वविधायलय बन्द रहे थे, जिसके चलते छात्र परीक्षाओं की तैयारी नहीं कर पाए यही कारण है सरकार के द्वारा कुछ क्लासों में छात्रों को सीधे प्रमोट कर पास करने का आदेश दिया था, लेकिन कुछ विश्वविधायलय सरकार के इस आदेश को मानने को तैयार ही नहीं है और सरकार के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए छात्रों की परीक्षा करा रहे है,जिसको लेकर छात्र आक्रोशित दिखाई देरहे है,और विश्वविधायलय पर तरह तरह के आरोप लगा रहे है।
पूरा मामला अलीगढ़ जिले की तहसील इगलास में स्थित मंगलायतन विश्वविधायलय का है। जहां छात्रों की ऑनलाइन परीक्षा करवाई जा रही है। जिसको लेकर छात्रों की आवाज उठाने वाला संगठन एनएसयूआई मैदान में उतर आया है। एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष हनी यादव के द्वारा लगातार आलाधिकारियों को ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया था कि शासन के आदेशसानुसार परीक्षा नहीं होनी चाहिए लेकिन मंगलायतन विश्विद्यालय अपनी मनमानी कर रहा है और छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है।
उनके द्वारा पहले भी प्रशासनिक अधिकरियों को मंगलायतन विश्विद्यालय के द्वारा परीक्षा की तिथि घोषित करने की बात को अवगत कराया था लेकिन प्रशासन के द्वारा कोई कार्यवाही ना होने से छात्रों में आक्रोश व्याप्त हो उठा क्योंकि मंगलायतन के द्वारा आज ऑनलाइन परीक्षा कराई जा रही है। जिसको लेकर एनएसयूआई के द्वारा उपजिलाधिकारी इग्लास के कार्यालय का घेराव किया गया और प्रशासन पर मंगलायतन विश्वविधायलय के साथ साठ गांठ के आरोप लगाए गए।
वहीं एसडीएम के द्वारा छात्रों को बताया गया कि मंगलायतन में परीक्षा रोकना उनके अधिकार में नहीं है छात्रों की बात को आलाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। कार्यवाही शासन स्तर से ही हो सकती है। वहीं आक्रोशित छात्रों के द्वारा एसडीएम कार्यालय के सामने बैठकर जमकर प्रदर्शन किया और मंगलायतन मुर्दाबाद के नारे लगाये।