मुरादाबाद। नईम खान: मुरादाबाद में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिये चिन्हित तीर्थांकर महावीर अस्पताल (TMU) में कोरोना मरीज़ों की आत्महत्या करने का मामला रुकने का नाम नही ले रहा है। अगर तथ्यों की बात करें तो पहले तीर्थांकर यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले कई छात्रों ने कूद कर अपनी जान दी है और अब एक के बाद एक तीन कोरोना संक्रमित मरीज़ तीर्थांकर अस्पताल से कूदकर अपनी जान दे चुके हैं। सवाल यह है कि ऐसा क्या कारण है कि यहाँ पर लोग आत्महत्या करने को मजबूर हैं मुरादाबाद पुलिस अब अपने एक पुलिसकर्मी को खोने के बाद एक जाँच कमेटी बनाकर जाँच करने की बात कहती हुई नजर आ रही है।
जैसा कि हम जानते हैं आज tmu एक ऐसे ब्रांड का नाम है जिसकी धमक पूरे उत्तर प्रदेश तक ही सीमित नही है बल्कि पूरे भारत मे लोग इसे बखूबी जानते हैं और जानते क्यों न हो उत्तर प्रदेश में सत्ता चाहे सपा की रही हो या भाजपा की पूर्व और वर्तमान मुख्यमंत्री भी यहाँ कई कार्यक्रमों में आ चूंके हैं। पूर्व राष्ट्रपति अबुल कलाम आजाद भी यहाँ पधार चुके हैं। आप इससे ही इस यूनिवर्सिटी के रसूख का अंदाज़ा लगा सकते हैं और दूसरी तरफ इस tmu में आत्महत्याओं का दौर भी जारी है। कोरोना काल से पहले कई students आत्महत्या कर चुके हैं अब कोरोना संक्रमित तीन मरीज़ों ने चन्द दिनों के भीतर तीसरी, पांचवी और छठी मन्ज़िल से कूद कर अपनी जान दे दी है।
पर देखने वाली बात यह है कि इन आत्महत्याओं के पीछे कोई कारण होने का अभी तक कुछ पता नही चल पाया और देखा जाए तो अधिकतर मामलों में डिप्रेशन या मेन्टल डिस्टर्ब को ही आधार बना कर देखा गया लेकिन सवाल यह है कि कहीं इसमे अस्पताल प्रशासन की तो कोई लापरवाही नही है फिलहाल मुरादाबाद पुलिस अपने एक पुलिसकर्मी दिवाकर शर्मा को खोने के बाद जाँच कमेटी बनाकर जाँच करने की बात ज़रूर कह रही है।