चौथा चरण: गिरिराज-कन्हैया, डिंपल यादव, खुर्शीद जैसे दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर - Sahet Mahet

चौथा चरण: गिरिराज-कन्हैया, डिंपल यादव, खुर्शीद जैसे दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर


लोकसभा चुनाव-2019 के चौथे चरण में उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर सोमवार को वोटिंग होनी है. इस चरण में पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद, श्रीप्रकाश जायसवाल और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव समेत कई सियासी दिग्गजों का राजनीतिक भाग्य तय होगा. चौथे चरण के तहत यूपी से 152 उम्मीदवार मैदान में हैं. 2014 में इन 13 सीटों में से 12 सीटों पर बीजेपी का कब्जा था.

यूपी के साथ बिहार की 5 सीटों पर भी आज चुनाव हो रहा है. इस चरण में गिरिराज सिंह और कन्हैया कुमार जैसे दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है.

उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकटेश्वर लू ने बताया कि चौथे चरण में सोमवार को प्रदेश की 13 लोकसभा सीटों शाहजहांपुर, खीरी, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर, जालौन, झांसी और हमीरपुर में मतदान होगा. मतदान सुबह 7 बजे शुरू होकर शाम छह बजे तक होगा. उन्होंने बताया कि इस चरण के साथ ही निघासन विधानसभा का उपचुनाव भी होगा.

यूपी की 13 सीटों पर 2 करोड़ 41 मतदाता करेंगे वोट

चौथे चरण में एक करोड़ 30 लाख 83 हजार 421 पुरुष और एक करोड़ 10 लाख 22 हजार 629 महिलाओं समेत कुल दो करोड़ 41 लाख 784 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे. मतदान के लिए 17011 केंद्र व 27516 मतदेय स्थल बनाए गए हैं. इनमें से 4014 मतदेय स्थल संवेदनशील श्रेणी में रखे गए हैं. मतदान को स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए 3459 माइक्रो ऑब्जर्वर, 2298 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 293 जोनल मजिस्ट्रेट, 308 स्टैटिक मजिस्ट्रेट, 13 सामान्य प्रेक्षक, 7 पुलिस प्रेक्षक, 13 व्यय प्रेक्षक और 67 सहायक व्यय प्रेक्षक तैनात किए गए हैं.

2014 में कन्नौज छोड़कर सभी सीटों पर जीती थी बीजेपी

इस चरण में पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद, श्रीप्रकाश जायसवाल, उत्तर प्रदेश के मौजूदा कैबिनेट मंत्री सत्यदेव पचौरी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव, साक्षी महाराज और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष रामशंकर कठेरिया जैसे राजनीतिक दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है. इस चरण में कुल 152 प्रत्याशी मैदान में हैं. चौथे चरण में जिन सीटों पर चुनाव हो रहा है, उनमें से 2014 के पिछले लोकसभा चुनाव में कन्नौज को छोड़कर बाकी सभी सीटों पर भाजपा के प्रत्याशियों ने जीत हासिल की थी.

कन्नौज सीट पर कांटे की टक्कर का अनुमान

इस चरण में चुनाव से गुजर रही सीटों में से ज्यादातर पर बसपा और सपा का खासा दबदबा माना जाता है. हालांकि 2014 के चुनाव में बिल्कुल अलग तस्वीर उभरी थी और 12 सीटों पर भगवा लहराया था. चौथे चरण में सबसे दिलचस्प मुकाबला कन्नौज में माना जा रहा है. यहां सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी मौजूदा सांसद डिंपल यादव सपा-बसपा-रालोद गठबंधन की उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं. उनका मुख्य मुकाबला भाजपा के सुब्रत पाठक से है. पाठक ने 2014 के लोकसभा चुनाव में डिंपल को कड़ी टक्कर दी थी. कांग्रेस ने यहां अपना प्रत्याशी नहीं खड़ा किया है.

कानपुर से श्रीप्रकाश जायसवाल फिर मैदान में

कानपुर में भी कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है. यहां से तीन बार सांसद रह चुके कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल और उत्तर प्रदेश के मौजूदा खादी ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी के बीच कड़ी टक्कर है. गठबंधन ने यहां पर राम कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है. फर्रुखाबाद सीट पर पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद एक बार फिर किस्मत आजमा रहे हैं. उनके मुकाबले में मौजूदा सांसद भाजपा प्रत्याशी मुकेश राजपूत मैदान में हैं. इसके अलावा गठबंधन ने मनोज अग्रवाल को उम्मीदवार बनाया है.

इटावा के सांसद इस बार कांग्रेस के टिकट पर उतरे

समाजवादियों का गढ़ मानी जाने वाली इटावा लोकसभा सीट पर भाजपा ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष रामशंकर कठेरिया को उम्मीदवार बनाया है. 2014 में यहां से विजयी हुए अशोक दोहरे इस बार कांग्रेस के टिकट से दावेदारी पेश कर रहे हैं. गठबंधन ने यहां पूर्व सांसद प्रेमदास कठेरिया के बेटे कमलेश कठेरिया पर दांव लगाया है. शाहजहांपुर सीट पर भाजपा ने अरुण सागर, कांग्रेस ने ब्रह्म स्वरूप सागर और गठबंधन ने अमर चंद जौहर को उम्मीदवार बनाया है.

खीरी सीट से मौजूदा सांसद भाजपा प्रत्याशी अजय कुमार मिश्र ‘टेनी’ का मुख्य मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार जफर अली नकवी और गठबंधन प्रत्याशी डॉक्टर पूर्वी वर्मा से है. हरदोई (सुरक्षित) सीट से भाजपा ने तीन बार सांसद रह चुके जय प्रकाश रावत को टिकट दिया है. वहीं, गठबंधन ने दो बार की सांसद ऊर्षा वर्मा और कांग्रेस ने पूर्व विधायक वीरेंद्र वर्मा को प्रत्याशी बनाया है.

बीजेपी के साक्षी महाराज के सामने हैं कांग्रेस की अनु टंडन

मिश्रिख (सुरक्षित) सीट से दो बार के सांसद अशोक रावत भाजपा की तरफ से चुनौती पेश कर रहे हैं.वहीं कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री राम लाल राही की बहू मंजरी रावत को मैदान में उतारा है. गठबंधन ने यहां नीलू सत्यार्थी को उम्मीदवार बनाया है. उन्नाव सीट से मौजूदा सांसद साक्षी महाराज एक बार फिर भाजपा से उम्मीदवार हैं. उनका मुख्य मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व सांसद अनु टंडन और गठबंधन के अरुण कुमार शुक्ला से है.

जालौन से कांग्रेस ने पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी को प्रत्याशी बनाया है. वहीं, भाजपा ने मौजूदा सांसद भानु प्रताप वर्मा पर एक बार फिर दांव खेला है. गठबंधन ने अजय कुमार पंकज को उम्मीदवार बनाया है. अकबरपुर सीट से भाजपा के मौजूदा सांसद देवेंद्र सिंह भोले एक बार फिर इसी पार्टी से उम्मीदवार हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व सांसद राजा राम पाल और गठबंधन उम्मीदवार निशा सचान से है. झांसी सीट से भाजपा ने अनुराग शर्मा को, गठबंधन ने श्याम सुंदर सिंह और कांग्रेस ने शिवशरन को प्रत्याशी बनाया है. वहीं, हमीरपुर से भाजपा ने कुंवर पुष्पेंद्र सिंह चंदेल, गठबंधन ने दिलीप कुमार सिंह और कांग्रेस ने प्रीतम सिंह लोधी को मैदान में उतारा है.


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