लखनऊ: बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे व पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्यों की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई समीक्षा


लखनऊ। यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी की अध्यक्षता में बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे व पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्यों की समीक्षा यूपीडा मुख्यालय में की गयी। इस बैठक में यूपीडा के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ निर्माण कम्पनियों के प्रतिनिधि, सभी पी.आई.यू. के अधिकारी, अथाॅरिटी इंजीनियर यूपीडा द्वारा माॅनीटरिंग एवं गुणवत्ता नियंत्रण के लिए सम्बद्ध की गयी कम्पनी राइट्स लि0 की टीम भी मौजूद थी।

इस बैठक में अवस्थी ने निर्माण कार्य करने वाली कम्पनियों को निर्देशित किया कि वे गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य को तेजी से करायें इसके साथ ही रेलवे ओवर ब्रिज दीर्घ सेतुओं एवं फ्लाई ओवर के निर्माण के लिए आवश्यक सभी कार्यों को तेजी से कराया जाना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही एक्सप्रेसवे के लिए भूमि से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या का यथा शीघ्र निवारण करने के निर्देश दिये इसके अतिरिक्त उन्होेंने यूपीडा द्वारा प्रोजेक्ट मानीटरिंग के लिए सम्बद्ध की गयी कम्पनी राइट्स लि0 के प्रतिनिधियों को कार्य की गुणवत्ता पर पूरी तरह से ध्यान रखने के लिए भी निर्देशित किया। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिये कि कार्य की गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता न किया जाए।

बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे परियोजना का क्लीयरिंग एण्ड ग्रबिंग का कार्य 92 प्रतिशत, मिट्टी का कार्य 57 प्रतिशत एवं 819 संरचनाओं के सापेक्ष 239 संरचनाएं पूर्ण कर ली गयी हैं। परियोजना की कुल भौतिक प्रगति 20.40 प्रतिशत पूर्ण हो चुकी है। परियोजना में 14 दीर्घ सेतु बनाये जाने हैं, इसमें से 11 का निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है। परियोजना में 04 आर0ओ0बी0 का निर्माण प्रस्तावित है, जिसके रेलवे विभाग से शीघ्र अनापत्ति प्राप्त कर निर्माण कार्य प्रारम्भ कराया जाएगा। अनापत्ति प्राप्त करने की प्रक्रिया को तेजी से कराया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे झांसी-इलाहाबाद राष्ट्रीय मार्ग सं0-35 भरतकूप के पास जनपद चित्रकूट से प्रारम्भ होकर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर ग्राम कुदरैल के पास जनपद इटावा में समाप्त होगा। एक्सप्रेसवे की लम्बाई 296.070 किमी0 होगी। इस परियोजना से प्रदेश के पिछड़े जनपदों चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन एवं इटावा लाभान्वित होंगे एवं बुन्देलखण्ड क्षेत्र का विकास होगा। यह एक्सप्रेसवे 04 लेन चैड़ा (6 लेन में विस्तारणीय) तथा संरचनाएं 06 लेन चैड़ाई की बनायी जाएगी।

इसके अतिरिक्त अवस्थी ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे व पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने बताया कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का कार्य तेजी से कराया जा रहा है। दिनांक 22 अक्टूबर, 2020 तक मिट्टी का कार्य लगभग 14 प्रतिशत से अधिक व क्लीयरिंग एवं ग्रबिंग का कार्य लगभग 76 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है। इस परियोजना में सरयू (घाघरा) नदी पर दीर्घ सेतु का निर्माण कराया जाना है। इस सेतु का निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है। इस सेतु एवं परियोजना को समयबद्ध तरीके से पूर्ण किया जाना लक्षित है। परियोजना के अन्तर्गत पड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों को क्राॅस करने हेतु एन0एच0ए0आई0 एवं राष्ट्रीय राजमार्ग एवं भूतल परिवहन मंत्रालय से अनापत्ति प्राप्त करने की प्रक्रिया तेजी से पूर्ण की जा रही है।

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के विषय में अवस्थी ने बताया कि वर्तमान में मिट्टी का कार्य 90 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है इसके अतिरिक्त संरचनाओं के निर्माण का कार्य 82 प्रतिशत व परियोजना की कुल भौतिक प्रगति लगभग 60 प्रतिशत से अधिक पूर्ण हो चुकी है।


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