अधूरा नाला बना लोगों के जानमाल का कारण


बेतिया: पश्चिम चंपारण के बेतिया जिला के मुख्य सड़क मार्ग हरीवाटिका चौक से बस स्टैंड होते हुए तीन लालटेन चौक का सड़क विगत माह में हुए लॉकडाउन के समय बहुत ही तेजी से कार्य कराया गया। परंतु जिस तेजी से सड़क और नालों का निर्माण रात दिन के सन्नाटे में कराया गया उसी तेजी से जब लॉकडाउन की समाप्ति की गई। वैसे ही तेजी से नाला निर्माण का कार्य आधा अधूरा छोड़कर कार्य पूरा कर लिया गया जिसका परिणाम यह हुआ की यह आए दिन समस्याओं एवं जान माल का नुकसान का कारण बन गया।

इन अधूरे नालों से लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित हो रही है साथ ही साथ सड़कों पर घूमने वाले गाय एवं कुत्ते इन नालों में गिर कर बिजली पोल से सट कर मौत के घाट उतर रहे हैं। कितनी बार तो बुजुर्ग लोग इस नाले में गिर कर अपना हाथ पैर तोड़वा बैठे हैं। जिन घरों के आगे का नाला निर्माण नहीं हुआ है वो मोटरसाइकिल और साइकिल निकालने पर भी दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं।

इन सभी समस्याओं की शिकायत स्थानीय लोगों के द्वारा जिला प्रशासन, वार्ड पार्षद और सड़क निर्माण के संवेदक से भी की गयी है परन्तु सबसे बस निराशा ही हाथ लगी है। सभी के सभी इस समस्या के प्रति उदासीन और अपनी जिम्मेदारी से पीछे हटे पड़े हैं। इन समस्याओं से परेशान और अपनी विरोध दर्ज कराने के लिए स्थानीय निवासी सामाजिक कार्यकर्ता आदित्य बच्चन, रंधीर कुमार वर्मन, राजू गुप्ता, सूरज बरनवाल, सुभाष कुमार, बिक्की कुमार, नंदकिशोर गुप्ता, प्रभू नील राय एवं मो इकबाल अंसारी ने अपना विरोध प्रदर्शन किया एवं अपनी समस्या के लिए जिला प्रशासन से गुहार लगाया कि जिला प्रशासन इस समस्या का संज्ञान लेकर त्वरित कार्यवाही करते हुए अधूरे नालों का निर्माण कराएं ताकि जो जान माल और दिनचर्या की समस्या बनी हुई है वो खत्म हो सकें।

इधर जब संवेदक राकेश कुशवाहा (राज कंस्ट्रक्शन) से बात की गई तब उन्होंने बताया कि जिन जगहों पर अधूरा नाला है वहाँ वहाँ बिजली का पोल है और उसमें करंट आता है। जिसके कारण एक सड़क निर्माण में लगे मजदूर को करंट भी लग गया था और उसके बाद डरकर वह काम अधूरा छोड़ दिया गया है। बिजली पोल में आने वाले करंट और अधूरे नालों के संबंध में जिला प्रशासन, पीडब्ल्यूडी और बिजली विभाग सभी को लिखित रूप में दे दी गई है। लेकिन इस पर किसी के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किया गया जिसके कारण काम अधूरा है।

जब तक बिजली विभाग शाॅट डाउन नहीं देगा तब तक उस जगह पर कार्य कराना नामुमकिन है। जितने जगहों पर अतिक्रमण हटाया जा चुका है उतने जगहों पर कार्य निष्पादन किया जा चुका है और अन्य समस्याओं के दूर होते ही अधूरे पड़े कार्यों को भी पूरा कर लिया जाएगा।

रिपोर्ट: विजय कुमार शर्मा


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