अयोध्या। मयंक श्रीवास्तव: अयोध्या राम जन्मभूमि परिसर में देश की अनोखी नक्षत्र वाटिका बनाई गई है। 27 नक्षत्रों के 27 पेड़ लगाए गए है। मनुष्य के जीवन मे नक्षत्रों का बड़ा महत्व है। यदि नक्षत्र की कोई समस्या होती है तो रामलला के परिसर में उस पेड़ के नीचे समाधान हो सकता है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चम्पत राय ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों राम जन्मभूमि परिसर में नक्षत्र वाटिका का निर्माण किया गया है।
जहां नक्षत्रों के आधार पर पेड़ लगाए गए है। चम्पत राय का कहना है कि राम मंदिर निर्माण तेज गति से प्रारम्भ हो चुका है और राम मंदिर का कार्य प्रगति पर है। राम मंदिर निर्माण कार्य देश की जानीमानी कंपनी एल एंड टी के इंजीनयर कर रहे है। इन इंजीनियरों ने राम मंदिर के काम को अपने हाथों में ले लिया है। राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय का कहना है कि राम मंदिर निर्माण के लिए कोई बजट की गणित नहीं लगाई गई है। राम मंदिर निर्माण में असीमित बजट की जरूरत होगी और 70 एकड़ भूमि में खास बात उसकी हरियाली होगी। राम जन्मभूमि निर्माण में हरियाली का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
वही 70 एकड़ भूमि के नक्शे को लेकर कागजी कार्रवाई जोरों पर है। जैसे ही कागज तैयार हो जाएंगे विकास प्राधिकरण अयोध्या में नक्शे को दाखिल किया जाएगा।वही दूसरी ओर जगतगुरु राम दिनेशचार्य ने नक्षत्र वाटिका को बहुत ही महत्वपूर्ण बताया है। जगतगुरु का कहना है कि 27 नक्षत्र जीवन में होते हैं और 27 नक्षत्र के 27 पेड़ होते हैं।
जिनके माध्यम से आप अपने नक्षत्रों को संभाल सकते हैं और राम जन्मभूमि परिसर में लगे नक्षत्र वाटिका में आप अपने नक्षत्र की पूजन कर अपने हालात को भी सुधार सकते हैं। हालांकि नक्षत्र वाटिका में वृक्षारोपण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। वही 5 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक वृक्ष पारिजात का वृक्षरोपड किया।