आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनाव लड़ने से अयोग्य करने की मांग की है. संजय सिंह ने चुनाव आयोग से शिकायत कर कहा है कि पीएम ने अपने नामांकन के दौरान नियमों का उल्लंघन कर पैसे खर्च किए हैं, जिसके लिए पीएम मोदी को चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित किया जाए.
संजय सिंह ने वाराणसी के एडीएम को दिए अपने शिकायती पत्र में दावा किया कि पीएम मोदी की नामांकन रैली में 1 करोड़ 27 लाख रुपये खर्च किए गए हैं, जो चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित 70 लाख की खर्च सीमा का उल्लंघन है. इसलिए उन्हें चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित किया जाए.
नेताओं के विमान पर 64 लाख खर्च
संजय सिंह ने दावा किया है कि पीएम मोदी के नामांकन में निजी विमान के उपयोग में 64 लाख रुपये खर्च किए गए. इसके लिए उन्होंने तर्क दिया है कि पीएम के नामांकन के दिन प्रकाश सिंह बादल, रामविलास पासवान, नीतीश कुमार, उद्धव ठाकरे वाराणसी पहुंचे थे. संजय सिंह ने अपने पत्र में लिखा, “एक विमान का एक घंटे का खर्च लगभग 2-3 लाख रुपये होता है, अनुमानित तौर पर एक जहाज आठ घंटे के लिए बुक किया गया तो कुल मिलाकर 16 लाख रुपये एक जहाज का खर्च आता है, अर्थात चार निजी विमान का अनुमानित खर्च 64 लाख रुपया है.”
संजय सिंह का दावा है कि लगभग 100 से ज्यादा नेता देश के दूसरे स्थानों से वाराणसी पहुंचे और नरेंद्र मोदी के नामांकन में शामिल हुए. अगर एक व्यक्ति का औसत खर्चा 15 हजार रुपया जोड़ा जाए तो कुल राशि 15 लाख रुपये होती है.
20 लाख ट्रेन का किराया
आप सांसद ने कहा है कि नामांकन रैली में 2 हजार कार्यकर्ता गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और दूसरे राज्यों से ट्रेन के जरिए वाराणसी पहुंचे. उन्होंने हिसाब बताते हुए कहा है कि अगर एक व्यक्ति का खर्च 1 हजार रुपये जोड़ा जाए तो कुल खर्च 20 लाख रुपये होते हैं.
इसके अलावा संजय सिंह ने कहा है कि होटल में नेताओं और कार्यकर्ताओं के रहने-खाने पर 8 लाख रुपया औसतन खर्च किया गया है. संजय सिंह के मुताबिक नामांकन के दिन 200 से अधिक चौपहिया वाहनों का इस्तेमाल किया गया. इन पर 6 लाख रुपये का खर्च आया. संजय सिंह ने कहा है कि नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए 5000 खाने के पैकेट लाए आए, इसमें एक आकलन के मुताबिक 5 लाख रुपये खर्च किए गए. इसके अलावा 5 लाख रुपये झंडा, फूल, बैनर और दूसरी प्रचार सामग्री पर खर्च किया गया.
2 लाख सोशल मीडिया पर, 2 लाख का साउंड सिस्टम
संजय सिंह के मुताबिक सोशल मीडिया पर प्रचार में 2 लाख खर्च किया गया, इसके अलावा नामांकन के दिन इस्तेमाल साउंड सिस्टम में भी 2 लाख खर्च हुआ.
संजय सिंह ने आखरी में कहा है कि इस तरह से नामांकन में कुल 1 करोड़ 27 लाख रुपये खर्च किए गए जो चुनाव आयोग की सीमा से ज्यादा है. उन्होंने चुनाव आयोग से इस मामले की जांच की मांग की है और लोक प्रतिनिधि कानून 1951 की धारा 10 ए और धारा 77 (1) के तहत नरेंद्र मोदी को चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित करने की मांग की है.