राष्ट्रीय प्रेस दिवस समारोह का हुआ आयोजन


पटना: समाहरणालय सभाकक्ष में राष्ट्रीय प्रेस दिवस का आयोजन उप विकास आयुक्त, रवीन्द्र नाथ प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर पर जिले के प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रोनिक मीडिया के प्रतिनिधि शामिल हुए। जिलाधिकारी कुंदन कुमार द्वारा राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर सभी मीडिया प्रतिनिधियों को शुभकामनाएं दी गयी है। उन्होंने अपने संदेश में कहा है कि कोरोना महामारी के दौरान मीडिया की अहम भूमिका रही है। प्रिन्ट एवं इलेक्ट्राॅनिक मीडिया द्वारा कोविड-19 की रोकथाम हेतु किये जा रहे सरकारी प्रयास से आमजन को लगातार अवगत कराया जाता रहा है। आमजन तक छोटी सी छोटी जानकारी पहुंचाने हेतु प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रोनिक मीडिया का अत्यंत ही महत्वपूर्ण योगदान रहा है। मीडिया प्रतिनिधियों ने कोरोना महामारी के दौरान मास्क, फेस कवर, ग्लब्स, सैनेटाइजर आदि बचाव के तरीकों को अपनाते हुए पूरी ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्य पथ पर अडिग रहे और कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को रोकने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।

उन्होंने कहा कि आज की मीडिया काफी फास्ट हो गयी है। प्रिन्ट, इलेक्ट्रोनिक मीडिया के साथ-साथ सोशल मीडिया पर अगर कोई गलत खबर चल जाती है तो इसका बहुत खराब प्रभाव पड़ता है। इसलिए कोई भी खबर लिखने में काफी सजगता एवं सतर्कता बरतने की जरूरत है। उन्होंने सोशल मीडिया पर सही तथ्यों के साथ खबरों का प्रसारण करने की बात कही है।

उन्होंने कहा कि मीडिया को समाज का दर्पण एवं दीपक दोनों माना जाता है। इसके साथ ही प्रशासन एवं प्रेस को मिलकर समाज, जिला, राज्य एवं देश के तरक्की में अपना बहुमूल्य योगदान देना चाहिए। समाहरणालय सभाकक्ष में मीडिया प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए उप विकास आयुक्त, पश्चिम चम्पारण, बेतिया ने कहा कि 16 नवंबर को ही भारतीय प्रेस परिषद ने काम करना शुरू किया था। यह परिषद एक निगरानी संस्था है जो यह सुनिश्चित करती है कि प्रेस उच्च मानकों को बनाए रखें और किसी प्रभाव एवं धमकी के आगे नहीं झूके। भारतीय प्रेस परिषद की स्थापना दिवस को ही प्रतिवर्ष राष्ट्रीय प्रेस दिवस के रूप में मनाया जाता है। उप विकास आयुक्त द्वारा स्वलिखित पुस्तक जीवन एक दर्पण को जिले के वरिष्ठ पत्रकार श्री राजीव रंजन झा को भेंट की गयी।

उन्होंने कहा कि आज पत्रकारिता का क्षेत्र व्यापक हो गया है। तथ्यपरकता, यथार्थवादिता, संतुलन एवं वस्तुनिष्ठता इसके आधारभूत तत्व हैं। किसी भी खबर को लिखने से पहले इन सारी बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। राष्ट्रीय प्रेस दिवस प्रेस की स्वतंत्रता एवं जिम्मेदारियों की ओर भी हमारा ध्यान आकृष्ट करता है। परिचर्चा के दौरान कुछेक मीडिया प्रतिनिधियों द्वारा कुछ मुद्दे उठाये गये। इस पर उप विकास आयुक्त ने कहा कि आपके द्वारा उठाये गये मुद्दों को जिलाधिकारी महोदय के समक्ष रखा जायेगा तथा उसका शीघ्र निराकरण कराया जायेगा।

अपर समाहर्ता, विभागीय जांच, रामनिरंजन सिंह ने कहा कि पत्रकार बंधुओं के प्रयास से ही कोविड-19 आपदा से पश्चिम चम्पारण जिला उबरा है। आपके माध्यम से ही कोराना महामारी के दौरान प्रत्येक लोगों के बीच बचाव हेतु महत्वपूर्ण जानकारियां पहुंचायी गयी है।

वरीय उप समाहर्ता, सुजीत वर्णवाल ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान आप सभी जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, चिकित्सीय अधिकारी के साथ एक कोरोना योद्धा की तरह कार्य किये हैं, जो अत्यंत ही सराहनीय है।

वरिष्ठ पत्रकार अजय मिश्र ने परिचर्चा में कहा कि जिले के मीडिया प्रतिनिधि कोरोना महामारी के दौरान पूरी सावधानी बरतते हुए जिला प्रशासन के साथ कदम से कदम मिलाकर लड़े हैं। आशीष कुमार ने कहा कि कोविड-19 के दौरान प्रवासी मजदूरों को जिले में रोजगार उपलब्ध कराया गया है, जो अत्यंत ही सराहनीय कार्य है। प्रवासी श्रमिक अब उद्यमी बन चुके हैं तथा अन्य श्रमिकों को रोजगार भी मुहैया करा रहे हैं। वहीं वरिष्ठ पत्रकार राजीव रंजन झा ने कहा कि कोविड-19 से बचाव हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किये गये निदेशों का अक्षरशः पालन सभी करें, चाहे वे अधिकारी हों, पुलिस पदाधिकारी हों, पुलिस कर्मी हों या फिर मीडिया प्रतिनिधि। सभी मास्क का प्रयोग करें, सोशल डिस्टेंस बनाये रखें तथा साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें।

इलेक्ट्रोनिक मीडिया के प्रतिनिधि धनंजय द्विवेदी ने कहा कि कोविड-19 एक वैश्विक महामारी के रूप में आयी। जिला प्रशासन द्वारा इस आपदा को अवसर में बदलने का सराहनीय कार्य किया गया। मात्र 15 दिनों में ही उत्कृष्ट तथा सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस जीएमसीएच में आईसोलेशन वार्ड का निर्माण कराया गया, जो पूरे बिहार में एक नजीर बना। इस कार्य में जिलाधिकारी की अत्यंत ही महत्वपूर्ण भूमिका रही। उनके प्रयास के बदौलत ही जीएमसीएच में आधुनिक आईसोलेशन वार्ड फंक्शनल हुआ। द्विवेदी ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा जिले में आने वाले श्रमिकों/कामगारों को बसों आदि के माध्यम से क्वारंटाइन सेंटर पहुंचाया गया। क्वारंटाइन सेंटरों में इनके लिए खाने-पीने, रहने तथा अन्य सभी समुचित व्यवस्था की गयी थी। जिला प्रशासन ने आपदा को चुनौती के रूप में लिया और बेहतर कार्य किया।

हरिकेश तिवारी ने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि प्रेस क्लब मीडिया प्रतिनिधियों को हस्तगत करा दिया जाय ताकि समाचार प्रेषण आदि में मीडिया प्रतिनिधियों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। मृत्युंजय दूबे ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान कुछेक मीडिया प्रतिनिधियों पर एफआईआर दर्ज करायी गयी है। जिला प्रशासन इसकी जांच अपने स्तर से करें तथा मीडिया प्रतिनिधि अगर दोषी पाये जाते हैं तो उनपर कार्रवाई की जाय, अगर वे निर्दोश पाये जाते हैं तो उनपर दर्ज एफआईआर को रद्द किया जाय।

इसी तरह अन्य मीडिया प्रतिनिधियों अवधेश शर्मा, मृत्युंजय कुमार दुबे अध्यक्ष जिला पत्रकार संघ ,सोनू,अविनाश कुशवाहा ब्यूरो चीफ ,धर्मेन्द्र तिवारी ,प्रदीप कुमार भारद्वाज ,आदित्य दूबे, म0 शकील अहमद, म0 अनिसुल वरा, आदि ने भी अपने-अपने विचार रखें। इस अवसर पर अपर समाहर्ता, विभागीय जांच, रामनिरंजन सिंह, अपर अनुमंडल पदाधिकारी, बेतिया, अनिल कुमार, वरीय उप समाहर्ता, सुजीत वर्णवाल, प्रभाष कुमार, किशोर साह एवं मनोज कुमार सहित प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रोनिक मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

रिपोर्ट: विजय कुमार शर्मा


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