फर्रुखाबाद: महिला ने सुसाइड नोट लिख लगाई फांसी


फर्रुखाबाद। फर्रुखाबाद बीते दिन पूर्व ही ससुराल से आयी महिला नें मायके में पहले एक पन्ने का सुसाइड नोट लिखा उसके बाद कमरें में फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली, पुलिस नें मौके पर जाकर पड़ताल की। शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला बिर्राबाग निवासी हरिबाबू कुशवाह नें अपनी 22 वर्षीय पुत्री संध्या का विवाह मोहल्ला बाग लकूला निवासी रंजीत कुशवाह के साथ 1 जून 2020 को किया था। अभी संध्या के हाथों से मेंहदी का रंग धुंधला नही पड़ा था। बीते दो दिन पूर्व संध्या ने मायके आने के बाद रविवार शाम को छत के कुंडे में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।

मृतका के पिता हरिबाबू नें बताया कि वह अपनी दुकान पर चले गये थे। माँ सरला देवी व भाभी कृष्णा दावत खाने रूपापुर गयीं थी। हरीबाबू नें बताया कि उन्होंने किसी काम के लिए संध्या के पास फोन किया लेकिन फोन नही उठा तो वह देखने आये, जिस पर कमरे का दरवाजा भीतर से बंद था। काफी प्रयास के बाद जब दरवाजा नही खुला तो हरिबाबू को शक हुआ, उन्होंने पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद प्रभारी निरीक्षक वेद प्रकाश पाण्डेय, चौकी इंचार्ज हरीओम त्रिपाठी मौके पर आ गये। उन्होंने पुलिस कर्मियों की मदद से कमरे का दरवाजा तोड़ा, दरवाजा तोड़ने ही सभी की चीख निकल गयी। संध्या फांसी के फंदे पर झूल रही थी, संध्या को देखकर परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस नें शव को नीचे उतारा। शव के पास ही एक पन्ने का सुसाइट नोट पेंसिल से लिखा रखा था।

पढ़े संध्या नें मौत के सुसाइड नोट में क्या लिखा:

पुलिस को जो सुसाइड नोट मिला उसमे लिखा था! हम अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रहे है, हम इस दुनिया के लिए बने ही नही है। हमे कुछ भी नही आता, हमे लड़की ही नही बनना चाहिए था जानवर बना देता भगवान। ऐसी जिन्दगी नही जीनी, सब हमशे दुखी हैं। आज से कोई दुखी नही होगा, सब खुश रहना, आज से किसी का घर बर्बाद नही होगा। जिसका हमनें कर दिया है वो अपना सही कर लें और हमें माफ कर दें। सब लोग खुश रहना, हम किसी लायक नही, तो क्या करें ऐसी जिन्दगी जीकर। सब लोग हमे माफ कर देना, मैंने सब देख लिया अब कुछ नही देखना।

प्रभारी निरीक्षक वेदप्रकाश पाण्डेय नें बताया कि शव का पंचनामा भरा जा रहा है। उसके बाद ही आगे की कार्यवाही होगी।


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