नई दिल्ली: मई के महीने से लगातार LAC पर अपना आक्रोश बढ़ाता हुआ चीन दिखाई दे रहा है. खासतौर से गलवान घाटी, पैंगोंग त्सो, गोगरा हॉट स्प्रिंग जैसे क्षेत्रों में चीन हिंसक रूप अपनाता जा रहा है. भारत और चीन के बीच लद्दाख में सीमा विवाद जारी है. सूत्रों के मुताबिक, भारत और चीन के बीच लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के अधिकारियों के बीच 5वें दौर की बातचीत बेनतीजा रही. यह बैठक चीन के अनुरोध पर रविवार को मोल्डो में हुई थी, जो 10 घंटे तक चली थी. अब चीन ने उल्टा भारत से पैंगोंग त्सो से पीछे हटने को कहा है. चीन के इस प्रस्ताव को भारत ने ठुकरा दिया है. चीन ने भारत से फिंगर 4 से भी पीछे हटने को कहा जबकि भारत फिंगर 8 तक पैट्रोलिंग किया करता था और भारत फिंगर 8 को LAC मानता है.
फिंगर 4 LAC के इस पार भारत के नियंत्रण वाला क्षेत्र रहा है, लेकिन मई महीने से चीनी सेना फिंगर 4 पर आ चुकी थी बाद में बातचीत के बाद चीनी सेना फिंगर 5 पर चली गई. भारतीय सेना को अब भी चीनी सेना फिंगर 8 तक पैट्रोलिंग करने के लिए आगे नहीं बढ़ने दे रही है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल की अध्यक्षता वाले चीन स्टडी ग्रुप ने चीन के प्रस्ताव का अध्ययन किया.
जिसके बाद सेना ने हॉटलाइन के जरिए चीन को बता दिया कि उसका प्रस्ताव भारत को मंजूर नहीं है. रविवार को हुई बातचीत में चीन भी पैंगोंग त्सो से पीछे नहीं हटने पर अड़ा रहा. भारत ने LAC पर तनाव कम करने के लिए चीन के पीछे हटने और अप्रैल की यथास्थिति कायम करने की शर्त रखी थी. अब चीन भारत से ही पीछे हटने को कह रहा. गोगरा हॉट स्प्रिंग के पैट्रोलिंग पॉइंट 17 और 17-A से भी अब चीनी सेना पीछे नहीं हट रही और डिसइनगेजमेंट प्रक्रिया का पालन नहीं कर रही है.