Bharat Jodo Yatra: तमिलनाडु से कांग्रेस के नेता एसवी रमणी कहते हैं कि अब भाजपा के दुष्प्रचार को लेकर किस प्रमाण की जरुरत है। जयराम रमेश भी कहते हैं कि सात सितंबर को 3.30 बजे राहुल गांधी कहां थे? स्मति ईरानी को पहले पता कर लेना चाहिए, अगर इसके लिए उन्हें चश्मा चाहिए, तो वह देने के लिए तैयार हैं
पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने भाजपा और इसके नेताओं को झूठ की फैक्टरी कहा है। जयराम रमेश ने भाजपा नेताओं को यह तमगा राहुल गांधी की टी-शर्ट, यात्रा में कंटेनर और उसकी भव्यता पर झूठी चर्चा समेत तमाम बयानों पर दिया है। वह कहते हैं कि अब क्या चर्चा के लिए टी-शर्ट, जूता और बनियान यही बचे हैं। वहीं कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की जलती हुई हाफ पैंट की तस्वीर भी वायरल हो रही है। इसे लेकर भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा कहते हैं कि कांग्रेस के इरादे ठीक नहीं हैं। वह लोगों में हिंसा भड़काना चाहती है। पात्रा ने इसके लिए गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला है।
पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अभी केरल में है और केरल में संघ और भाजपा के नेताओं, कार्यकर्ताओं की कितनी हत्याएं हुई हैं। कांग्रेस और भाजपा के बीच मचे इस घमासान पर एक पूर्व केंद्रीय मंत्री कहते हैं कि भाजपा राहुल गांधी की यात्रा से घबरा गई है। राहुल गांधी महात्मा गांधी के रास्ते पर चल रहे हैं। वह पांच महीने की पद यात्रा पर निकले हैं। लोगों से मिल रहे हैं और लोग उनसे मिल रहे हैं। यात्रा में लोगों के हुजूम के साथ भाजपा की परेशानी बढ़ रही है।
स्मृति ईरानी के ‘वायरल झूठ’ पर कांग्रेस का जवाब
राहुल गांधी की पदयात्रा में केसी वेणुगोपाल भी चल रहे हैं। शशि थरूर हैं। कहते हैं कि भाजपा की घबराहट के बारे में क्या कहना। वह तो साफ दिखाई दे रही है। तमिलनाडु से कांग्रेस के नेता एसवी रमणी कहते हैं कि स्मृति ईरानी का साफ-साफ झूठ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। केंद्रीय मंत्री सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रही हैं। बड़े गुस्से में हैं। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर आक्रामक प्रहार के साथ सीख दे रही हैं कि कन्याकुमारी से यात्रा शुरू करने से पहले उन्हें स्वामी विवेकानंद को नमन कर लेना चाहिए था। लोगों ने स्मृति ईरानी के वक्तव्य के साथ एक वीडियो भी जोड़ा है। इसमें राहुल गांधी कन्याकुमारी में यात्रा आरंभ करने से पहले विवेकानंद जी को नमन कर रहे हैं। रमणी कहते हैं कि अब भाजपा के दुष्प्रचार को लेकर इससे बड़े किस प्रमाण की जरुरत है। स्मति ईरानी के इस बयान पर जयराम रमेश भी कहते हैं कि सात सितंबर को 3.30 बजे राहुल गांधी कहां थे? ईरानी को पहले पता कर लेना चाहिए कि राहुल गांधी कहां थे। अगर इसके लिए उन्हें चश्मा चाहिए, तो वह देने के लिए तैयार हैं।