मथुरा। मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि आंदोलन शुरू करने से पहले ही हिंदू आर्मी चीफ समेत 22 लोगों को रविवार रात गिरफ्तार कर लिया गया। लखनऊ से मथुरा पहुंचे पदाधिकारियों ने आंदोलन की सूचना पुलिस तथा प्रशासन को दी थी। साथ ही फेसबुक पर भी संदेश पोस्ट किया था। सोमवार देर शाम सभी का शांतिभंग में चालान कर दिया गया।
लगभग एक वर्ष पूर्व हिंदू आर्मी के नाम से युवाओं का एक संगठन लखनऊ में बना। इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष यादव ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि आंदोलन चलाने की योजना तैयार की। संगठन के पदाधिकारियों ने लगभग एक सप्ताह पहले मथुरा के जिलाधिकारी और पुलिस अधिकारियों को सूचना दी थी कि वे 21 सितंबर से आंदोलन की शुरुआत करेंगे। श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर प्रदर्शन करने का किया था एलान।
इसके तहत वे श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर धरना-प्रदर्शन भी करेंगे। हिंदू आर्मी की इस चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन ने पुलिस को अलर्ट कर दिया था। रविवार रात राया थाना पुलिस ने एक कार को एक्सप्रेसवे से मथुरा आते समय पकड़ लिया। कार में सवार मनीष यादव को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उनसे पूछताछ के आधार पर अन्य पदाधिकारियों को कृष्णापुरी स्थित एक होटल से गिरफ्तार किया गया।
अपको बता दें की हिंदू आर्मी के 22 पदाधिकारियों को राया, सदर बाजार, शहर कोतवाली तथा गोविंद नगर थाने में रविवार की रात से सोमवार शाम तक बंद रखा। गिरफ्तार हुए लोगों में राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष यादव, पीआरओ जयंत सक्सेना, लखनऊ जिला सचिव शेरा यादव, कार्यालय प्रभारी कार्तिकेय वर्मा आदि शामिल हैं। पुलिस ने सभी का शांतिभंग में चालान कर दिया।
हिंदू आर्मी के लखनऊ के जिलाध्यक्ष अमित मिश्रा भी मथुरा पहुंचे थे, लेकिन उन्हें पुलिस नहीं पकड़ सकी। बताया जाता है कि वह शहर के भाजपा नेता के होटल में ठहरे थे। अमित मिश्रा ने बताया कि वह श्रीकृष्ण जन्मभूमि आंदोलन शुरू करना चाहते हैं। इस संबंध में वह ज्ञापन भी देंगे।
हिंदू आर्मी का मथुरा में कोई पदाधिकारी नहीं है। अभी उनके द्वारा उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल तथा राजस्थान के कुछ हिस्सों में संगठन तैयार किया गया है। जो लोग मथुरा तक आए हैं वह गोरखपुर, आजमगढ़, गोंडा, बस्ती, अयोध्या, राजस्थान, कोटा, जयपुर आदि के रहने वाले हैं।
एसपी सिटी उदय शंकर सिंह ने कहा कि एक धार्मिक संगठन द्वारा श्रीकृष्ण जन्मस्थान से संबंधित भ्रामक सूचनाएं प्रसारित की गईं। इस संगठन के कुल 22 लोगों को शांतिभंग के तहत पकड़ा गया है। इनका उद्देश्य सामाजिक समरसता को नष्ट करना है।